यह खबर मध्य प्रदेश से निकलकर सामने आ रही है जहां भिंड पुलिस ने शुक्रवार को एक बयान में कहा कि अमेजन ई-कॉमर्स पोर्टल के द्वारा गांजा की आपूर्ति की जांच के दौरान पाया गया कि बाबू टैक्स के अलावा अमेजन ई-कॉमर्स पोर्टल पर ऐसी छह कंपनियां रजिस्टर्ड थी जो गांजा को बाजार में बेच रही थी।
सूखी पत्तियों के आड़ में होती थी गांजा सप्लाई
आपको बता दें कि यह कंपनियां स्टीविया सूखी पत्तियों की आड़ में गांजा की सप्लाई कर रही थी यहां 2 किलो गांजे के पैक की आपूर्ति उन्हीं क्रियाओं को कर रही थी जिन्हें बाबू टैक्स ने प्रतिबंधित पदार्थ की आपूर्ति की थी तो वहीं पुलिस ने पिछले हफ्ते अमेजॉन सेलर सर्विसेज लिमिटेड के कार्यकारी निदेशकों को एनडीपीएस एक्ट की धारा 38 के तहत आरोपी बनाया था।
पुलिस ने 48 किलो गांजा जप्त किया था
आपको बता दें कि कल कंफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स(कैट) द्वारा जारी एक बयान में कहा गया कि विशाखापट्टनम में पुलिस ने मुख्य अपराधी श्रीनिवास राव को अमेजन के दो पिक अप बॉयज एक अमेज़न वन चालक वेंकटेश्वर राव के साथ गिरफ्तार किया था |
ई पोर्टल के माध्यम से गांजे की बिक्री की खबर एक बड़ा झटका है क्योंकि इससे यह मालूम चलता है कि कंपनियां व्यापार में फायदे के लिए कुछ भी कर सकती हैं किसी भी हद तक गिर सकती है।