खाने की नली में अटके नकली दाँत ,बाल बाल बची जिंदगी…
आपने अपने आस पास ऐसे लोगों को जरूर देखा होगा जो नकली दांतों का प्रयोग करते हैं,यह नकली दाँत यूँ तो चेहरे की रौनक बढ़ा देते हैं और जिंदगी को आसान बनाते हैं लेकिन कई बार छोटी छोटी सी गलतियो की वजह से यह दाँत जिंदगी के लिये घातक भी साबित होते हैं ,ऐसा ही कुछ प्रयागराज के एक मनुष्य के साथ हुआ जब उसके मुंह मे लगे नकली दांतों में से तीन दांत निकल कर उसकी खाने की नली में अटक गये।
40 घण्टे तक अटकी रही साँसे… मुश्किल से मिली नई ज़िन्दगी….
सिचाई विभाग में अमीन पद पर रहे छेदीलाल यादव यूँ तो हष्ट पुष्ट हैं परंतु किन्ही कारणों से उन्हें बुखार आ गया और इसके लिये उन्होंने दवा खायी परंतु इस दवा के साथ साथ उनके साथ कितनी बड़ी अनहोनी होने जा रही है इससे छेदी लाल पूरी तरह अनभिज्ञ थे , जब छेदी लाल बुखार की दवा खा रहे थे तो इसी दवा के साथ वह अपने मुँह में लगे नकली दांतों में से तीन दाँत भी निगल गये और यह दांत जाकर उनकी खाने की नली में अटक गये। इसके बाद तो छेदीलाल जी की हालत खराब हो गयी और उनकी साँसे अटकने लगी और आनन फानन में डॉक्टर से सम्पर्क किया और लगभग 40 घण्टे बाद जाकर उनके गले से इन दांतों को बाहर निकाला जा सका।
दूरबीन के जरिये किया गया ऑपरेशन…
पीड़ित मूल रूप से तो प्रतापगढ़ का निवासी है पर इलाज के लिये वह प्रयागराज,जॉर्ज टाउन स्थित एक निजी अस्पताल पहुंचे थे,सर्जन डॉ अजय शुक्ल ने स्थिति को देखते हुये एक टीम तैयार की और फिर दूरबीन विधि से ऑपरेशन कर तीनो दांतों को बाहर निकाला। डॉक्टर का कहना है कि ऐसे केस बहुत कम आते है और यह एक बहुत ही जटिल केस था,40 घण्टे तक ग्रास नली में दांतों का फंसा रहना छोटी बात नही है,फिर भी डॉक्टर की सुझबुझ और समझदारी से अब स्थिति सामान्य है।