आज 29 नवम्बर से संसद का शीतकालीन सत्र प्रारम्भ हो रहा है ,यह वह समय है जिस समय देश के कई महत्वपूर्ण प्रदेशों में चुनाव होने वाला है और इसलिये सरकार किसी तरह की अव्यवस्था नहीं चाहती है इसी लिये सरकार का प्रयास है कि सरकार के प्रति नकारात्मक रवैया रखने वाले सभी गुटों को संतुष्ट करने का प्रयास किया जाये और इसी प्रयास में आज संसद के शीतकालीन सत्र के पहले दिन कृषि कानून वापस लेने का बिल संसद में प्रस्तुत किया जायेगा।
गौरतलब है कि कृषि क्षेत्र में कई बड़े परिवर्तन करते हुये सरकार तीन नये कृषि कानून लायी थी जिनपर देश मे काफी हंगामा हुआ था और कुछ किसान संघठन अलग अलग जगहों पर धरने पर बैठ गये थे, लगभग एक वर्ष से यह आंदोलन चल रहा है इस आंदोलन में लगभग 700 के आस पास किसानों की मृत्यु भी हो गयी और तमाम सम्पत्ति का नुकसान भी हुआ इसके अतिरिक्त आम जनमानस भी काफी परेशान रहा,अब सरकार इस मुद्दे को पूर्णतः हल करना चाहती है इसीलिये आज संसद सत्र में इसे वापस लेने का बिल प्रस्तुत किया जायेगा।
प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी ने की थी कानून वापसी की घोषणा..
कुछ ही दिन पूर्व प्रकाश पर्व के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों से क्षमा माँगते हुये तीनों कानून वापस लेने का एलान किया था और कहा था कि संसद के शीतकालीन सत्र में सबसे पहले कृषि कानून वापस लेने की कवायद शुरू की जायेगी। प्रधानमन्त्री की पूर्व घोषणा के अनुरूप आज संसद में यह बिल प्रस्तुत किया जायेगा।