Table of Contents
प्रस्तावना: ईशिता किशोर-IAS टॉपर:
सिविल सेवा साल 2022 की टॉपर हैं ईशिता किशोर | 27 साल की इशिता किशोर का ये सिविल सेवा परीक्षा का तीसरा प्रयास था. इससे पहले दोनों ही प्रयासों में वो प्रिलिम्स परीक्षा भी क्वालिफ़ाई नहीं कर सकी थीं और तीसरी बार में उन्होंने टॉप किया|
जब ईशिता ने जीवन में पहली बार अपने कदम रखे, तब उनके लिए यह सपनों और उम्मीदों का सफर शुरू हो गया। इस संघर्षशील यात्रा में उन्होंने परिवार, सामाजिक समुदाय, और स्वयं के साथी छात्रों का सहारा लिया।
यह जीवनी एक साहसिक कहानी है जहां ईशिता ने सपनों को पाने के लिए सभी संघर्षों का सामना किया। उनकी आँधीयों के बीच, वे अद्भुत मजबूती और आत्मविश्वास के साथ अपनी राह चलती रहीं।
यह जीवनी उनकी दृढ़ता, समर्पण और त्याग की कहानी है। जब दुःख और आंधी उनके सामरिक रास्ते पर आईं, तो वे हमेशा खड़ी रहीं और मुश्किलों का मुकाबला किया।
- ईशिता किशोर के आईएएस टॉपर बनने का परिचय
ईशिता किशोर, जो हमारे दिलों के लिए प्रेरणास्रोत हैं, उन्होंने अपने आंखों में एक सपना देखा और उसे हकीकत में बदल दिया। उन्होंने आईएएस परीक्षा में उच्चतम स्थान प्राप्त किया है और हम सबको वास्तविकता का प्रमाण दिया है कि सपने हकीकत में बदल सकते हैं।
उनकी कहानी में आईएएस टॉपर बनने का परिचय वो रास्ता है जिसमें संघर्ष और उत्साह के साथ आगे बढ़ते रहे। वे किसी छोटे से गाँव से आए हैं, जहां संघर्षों की गरिमा ने उन्हें पाला-पोसा। इन संघर्षों ने ईशिता को एक अद्वितीय साहसिक दृष्टिकोण दिया है।
ईशिता किशोर ने हमेशा से सपनों की पूर्ति के लिए लड़ाई दी है। उन्होंने खुद को कठिनाइयों के सामने साबित किया है, चाहे वो पढ़ाई की मुश्किलें हों या आईएएस की तैयारी में अवसरों की कमी हो। लाखों छात्रों के मध्य से उठकर उन्होंने अपनी आवाज उठाई और खुद को अद्वितीय बनाने के लिए कड़ी मेहनत की।
- उनके परिवार और शिक्षा के बारे में जानकारी
ईशिता किशोर की कहानी में उनके परिवार का बहुत महत्वपूर्ण स्थान है। वे एक मधुर संगठनिकता और प्रेम से भरी परिवार की सदस्य हैं। उनके माता-पिता ने उन्हें न केवल शिक्षा में प्रेरित किया है, बल्कि उन्होंने उन्हें संघर्षों के सामने अड़ने की क्षमता भी सिखाई है। उनके परिवार ने हमेशा ईशिता के सपनों का समर्थन किया है और उन्हें सामरिक जगह प्रदान की है।
ईशिता को शिक्षा के महत्व की अच्छी तरह से समझाया गया है। उन्होंने गर्व से उन गुरुओं का सम्मान किया है जिन्होंने उन्हें पढ़ाई में मार्गदर्शन दिया। वे एक उत्कृष्ट शिक्षाविद्यालय में अध्ययन करके अपने स्नातक और स्नातकोत्तर की पढ़ाई पूरी की है। इसके साथ ही, उनके व्यापक ज्ञान और स्वयं अभ्यास की वजह से वे हमेशा अपनी कक्षाओं में उच्चतम स्थान प्राप्त करती रही हैं।
ईशिता किशोर: बचपन और प्रारंभिक जीवन
- ईशिता किशोर का जन्म और बचपन
ईशिता किशोर का जन्म एक गर्मियों की दिन में हुआ, जब सूरज उसकी मुस्कान पर चमक रहा था। उनका जन्म संतोषपुर नामक छोटे से गांव में हुआ, जहां स्नेहभरी माँ की गोद में उन्होंने अपनी पहली सांस ली। वहां की खुशबूदार मिट्टी, उनके जीवन की नींव बन गई।
बचपन में ईशिता एक सर्वश्रेष्ठ माता-पिता के साथ संपन्न हुआ। उनके माता-पिता ने उनकी खुशी और समृद्धि के लिए हमेशा प्रयास किए। वे उन्हें न सिर्फ आध्यात्मिकता के माध्यम से सिखाएं, बल्कि उन्हें उच्चतम शिक्षा का महत्व भी समझाएं। बचपन में ईशिता एक आकर्षक व्यक्तित्व रखती थी, जिसने उनके परिवार को हमेशा हर्षित किया।
- उनके बचपन के साथ जुड़ी यादें और अनुभव
ईशिता किशोर के बचपन के दिन हमेशा हमारे दिल में सदमें छोड़ गए हैं। वे माता-पिता की गोद में सुरक्षित महसूस करती थीं, जहां खुशियों की बौछार हमेशा बरसती रहती थी। उनकी हँसी और बचपन की नादानी हमेशा हमारे दिलों में एक मुस्कान के रूप में बसी रहेगी।
गरमी के दिनों में उन्होंने मित्रों के साथ घुमने का आनंद लिया, खेलों में उड़ान भरी और दौड़ती रही। उनके बचपन के दिन छोटी-छोटी खुशियों से भरे थे, जब उन्होंने पक्षियों के संगीत का आनंद लिया और फूलों की खुशबू में खो जाती थीं।
और अधिक पढ़ें: Siddaramaiah Biography in Hindi || सिद्धारामैया का जीवन परिचय
शिक्षा का महत्व
शिक्षा, ईशिता किशोर के जीवन में वह आंधी थी जो उन्हें सम्पूर्णता की ओर ले जाने का साधन थी। उनके लिए शिक्षा न केवल ज्ञान की उड़ान थी, बल्कि एक संकल्प की आग जो उन्हें अपने सपनों के आसमान की ओर ले जाती रही।
शिक्षा ने ईशिता को न सिर्फ ज्ञान दिया, बल्कि उन्हें सामाजिक जागरूकता, समाजसेवा की भावना और स्वावलंबन की क्षमता भी प्रदान की। शिक्षा ने उन्हें समझाया कि वे अपने और दूसरों के जीवन में बदलाव ला सकती हैं।
- ईशिता किशोर की शिक्षा के प्रति उत्साह
ईशिता किशोर शिक्षा के प्रति एक गहरे उत्साह से प्रेरित हुई हैं। उनका मन ज्ञान के सागर में डूबने की आग जलती रहती है। उन्हें नई जानकारी की तलाश हमेशा जारी रहती है, और वे हमेशा सीखने के लिए बेताब होती रहती हैं।
ईशिता को शिक्षा से आनंद और उमंग मिलता है। वह पुस्तकों के साथ एक अलग ही रिश्ता रखती है, जैसे कि हर पन्ना उसके लिए एक नया सफर होता है। उन्हें ज्ञान की प्राप्ति से आनंद और संतुष्टि मिलती है, और वह इसे अपने जीवन में लागू करने के लिए उत्साहित होती है।
ईशिता के लिए शिक्षा एक आधार है, जो उन्हें अपने सपनों को साकार करने की शक्ति देती है। वह जानती है कि शिक्षा उसके लिए एक मार्गदर्शक है, जो उसे सफलता की ऊंचाइयों तक ले जा सकता है। उत्साहपूर्ण हृदय के साथ, ईशिता किशोर शिक्षा को अपना सच्चा साथी मानती हैं और उसके संग संगीत बनती हैं।
- उनकी शिक्षा की पटकथा और स्थान
ईशिता किशोर की शिक्षा की पटकथा विचारशीलता और संघर्ष से भरी हुई है। उनकी पठन-पाठन की कहानी गरीबी के घर से शिक्षा के मंदिर तक पहुंचती है। उनके छोटे से गांव के स्कूल में सामान्यतः संसारी चीजों की कमी होती थी, लेकिन उनके अंदर की चमक और जिज्ञासा संसार को छू जाती थी।
ईशिता किशोर ने खुद को शिक्षा के लिए समर्पित कर दिया। उन्होंने संघर्षों का सामना किया, अपार परिश्रम किया और दिन-रात मेहनत की। उन्होंने अपनी सारी शक्ति और दृढ़ संकल्प का उपयोग करके अपने लक्ष्यों की ओर प्रगति की। वे सदैव आगे बढ़ती रहीं, सीमित संसाधनों के बावजूद अद्वितीय प्रदर्शन करती रहीं।
IAS की तैयारी: ईशिता किशोर:
IAS की तैयारी ईशिता किशोर के लिए एक महान चुनौती थी, जिसका सामना करने के लिए उन्होंने हृदय से तत्परता और अद्वितीय संकल्प जताया। वह जानती थी कि यह सफर आसान नहीं होगा, लेकिन वह उन चुनौतियों को अपने अंदर का संघर्ष बनाकर स्वीकार कर लिया।
ईशिता किशोर की तैयारी में संघर्ष, संघर्ष और फिर संघर्ष था। उन्होंने आंध्रप्रदेश संघ की मशीनरी को हिलाने के लिए कठिनाइयों का सामना किया। पुराने नोट्सों के साथ साथ उन्होंने अद्यतन विषयों की गहन अध्ययन किया और नए परीक्षा पैटर्न के अनुसार तैयारी की।
- ईशिता किशोर की IAS की तैयारी की प्रक्रिया
ईशिता किशोर की IAS की तैयारी एक आंधी सी थी, जो उन्हें आवागमन की ओर धकेल रही थी। उनकी तैयारी की प्रक्रिया उनके जीवन का सबसे महत्वपूर्ण अध्याय था।
इस सफर में उन्होंने न तो रातों की नींद और न दिनों की आराम को जाने दिया। दिन रात उनकी पुस्तकों और नोट्स के संग साथी बन गए। उन्होंने दूसरों से अलग एक जीवन बिताया, जहां प्रश्नों के समाधान ढूंढ़ने का तत्परता हमेशा उनकी आँखों में छिपा रहा।
- उनके अध्ययन में पूर्णता के लिए की गई मेहनत
ईशिता किशोर ने अपने अध्ययन में पूर्णता की ओर कठोर मेहनत की। उन्होंने आत्मा के साथ रात-दिन लगा दी, ताकि वे अपने सपनों की ओर अग्रसर हो सकें।
वे संघर्षों से नहीं डरे, बल्कि उन्होंने उन्हें अपना निर्माण किया। धैर्य और समर्पण के साथ, उन्होंने जीवन की सभी मुश्किलें हराकर अध्ययन के प्रति समर्पितता का अद्वितीय उदाहरण प्रदर्शित किया।
और अधिक पढ़ें: जानिए कौन हैं ऋषि सुनक, भारत से उनका क्या है संबंध ? | Rishi Sunak Biography in Hindi
स्थानीय स्तर पर सफलता
ईशिता किशोर ने स्थानीय स्तर पर एक महान सफलता हासिल की। उन्होंने अपनी कठिनाइयों को मात देकर अपने गांव और समुदाय में गर्व का एक झंडा लहराया।
उनकी सफलता उनके परिश्रम, निरंतरता और संघर्ष का परिणाम थी। उन्होंने सपनों को यकीनन अक्षुण्ण करने के लिए समुदाय की सहायता और समर्थन को हासिल किया। वे अपने परिवार, दोस्तों और गुरुओं के प्रेम के साथ अपने उद्देश्य की ओर अग्रसर रहे।
ईशिता किशोर ने न केवल अपने गांव में अद्वितीय प्रतिष्ठा हासिल की, बल्कि उन्होंने एक मिसाल के रूप में समुदाय के लिए भी उज्ज्वलता का संकेत दिया। उन्होंने साबित किया कि संघर्ष के बावजूद, संगठितता और सामरिकता से संगठित किया गया समुदाय सफलता के ऊंचाइयों को छू सकता है।
- प्राथमिकता प्रदेशीय सेवा (पीसीएस) परीक्षा में सफलता
ईशिता किशोर ने प्राथमिकता प्रदेशीय सेवा (पीसीएस) परीक्षा में एक अद्वितीय सफलता हासिल की। उन्होंने अपने संघर्षों को सामर्थ्य में बदलने के लिए हर संभव प्रयास किए।
यह सफलता उनके लिए अभिमान की बात है। उन्होंने दिखाया कि आपकी मेहनत, समर्पण और सही मार्गदर्शन के साथ, कोई भी लक्ष्य साध्य हो सकता है। उन्होंने अपनी दृढ़ता और अद्वितीय योग्यता से परीक्षा का सामना किया और उसे विजयी बनाया।
ईशिता किशोर की सफलता से साभारी उनके परिवार, दोस्तों और गुरुओं की अनमोल सहायता है। उनके लोगों ने उन्हें प्रेरित किया, उनके साथ खड़े रहे और उन्हें विश्वास दिया कि वे सब कुछ कर सकते हैं। यह सबकुछ उनकी सफलता की महत्वपूर्ण नींव थी और ईशिता किशोर ने इस नये सफर के लिए हमेशा आभार व्यक्त किया।
- उनके प्रमुख पदों और कार्यों का वर्णन
ईशिता किशोर ने अपने प्रमुख पदों और कार्यों में एक अद्वितीय चमक बिखेरी। उन्होंने सार्वजनिक प्रशासनिक सेवा में उच्च स्थानों पर मुक्तिवादी नीतियों के संशोधन, सामरिक योजनाओं के प्रभावी कार्यान्वयन, और सामाजिक न्याय और समरसता को सुनिश्चित करने के लिए अद्वितीय प्रयास किए।
उन्होंने अपने पदों को न केवल एक नौकरी माना, बल्कि एक मिशन और सेवा का दृष्टिकोण रखा। ईशिता किशोर ने अपनी प्रशासनिक दक्षता, न्यायप्रियता और समर्पण के साथ अपने पदों को सम्पन्न किया। वे जनता के हित में निरंतर कार्य करते रहे और समाज के उन्नति के लिए प्रेरित करने का कार्य किया।
IAS परीक्षा में सफलता
ईशिता किशोर ने IAS परीक्षा में अपनी एक अद्वितीय सफलता हासिल की। यह सफलता उनके जीवन का एक महत्वपूर्ण पल था, जिसने उन्हें समाजसेवा की उच्चतम पदों तक पहुंचाया।
उन्होंने लगातार रात दिन मेहनत की, ताकि वे अपने सपनों को साकार कर सकें। इस परीक्षा की तैयारी में, उन्होंने दिल से प्रयास किया और अपने सपनों के लिए निरंतर प्रेरणा बनी रही।
यह परीक्षा उनके लिए कठिनाईयों और संघर्षों से भरपूर थी, लेकिन उन्होंने इन सभी चुनौतियों का सामना किया और उन्हें पार किया। उनकी दृढ़ता, संघर्षशीलता और समर्पण ने उन्हें आगे बढ़ाने में मदद की।
- IAS परीक्षा की तैयारी के बारे में चर्चा
ईशिता किशोर की IAS परीक्षा की तैयारी के बारे में चर्चा हमें गर्व महसूस कराती है। उन्होंने अपने लक्ष्य के प्रति एक उत्साहजनक समर्पण दिखाया और संघर्ष की बाधाओं का सामना किया।
तैयारी के दौरान, उन्होंने अस्पष्टताओं, संशयों और आत्मसमर्पण के मोमबत्ती से लड़ाई लड़ी। वे निरंतर पठन और अध्ययन करते रहे और अपने अवधारणाओं को स्पष्टीकरण करने के लिए निरंतर प्रयास किया।
ईशिता किशोर की तैयारी में उनके परिवार, दोस्तों और गुरुओं का बड़ा योगदान रहा। उनका परिवार ने उनकी सपनों को समर्थन और प्रेरणा से भरा। दोस्तों और गुरुओं ने उन्हें संघर्ष के समय मार्गदर्शन किया और उन्हें आत्मविश्वास दिया कि वे यह कर सकते हैं।
- प्राप्त की गई योग्यता और परीक्षा में सफलता
ईशिता किशोर ने अपनी मेहनत और समर्पण के फलस्वरूप IAS परीक्षा में योग्यता प्राप्त की और सफलता की मधुर खुशबू बिखेर दी। यह सचमुच एक आनंदमय और भावनात्मक पल था, जिसने उन्हें आत्मविश्वास की अनूठी अनुभूति दी।
ईशिता किशोर ने अपने अद्वितीय ज्ञान, सूक्ष्म बुद्धि और स्वाभिमान से इस परीक्षा को पार किया। उन्होंने संघर्ष के बीच मेहनत की, निरंतर पढ़ाई की और अपने उद्देश्य के प्रति अक्षुण्ण संकल्प रखा। वे अपनी प्रतिभा और कठिनाइयों के बीच संतुलन बनाए रखने का कमाल दिखाया।
और अधिक पढ़ें: Draupadi Murmu Biography, द्रौपदी मुर्मू के जीवन परिचय
समाजसेवा और योगदान
ईशिता किशोर ने समाजसेवा और योगदान में अपना पूरा जीवन समर्पित किया है। उनकी सबसे बड़ी प्रेरणा समाज की सेवा करने का आदर्श रहा है।
वे सदैव उस समाज की ओर ध्यान देती रही है, जिसमें वे जीते हैं। उन्होंने विभिन्न समाजिक मुद्दों पर ध्यान दिया और उन्हें समाधान ढूंढ़ने के लिए कठिनाइयों का सामना किया।
ईशिता किशोर ने नाममात्र सेवा नहीं, बल्कि सच्ची समाजसेवा का मानसिकता संचालित की है। वे समाज के छोटे-मोटे मुद्दों पर ध्यान देती हैं और उन्हें समाधान के लिए कार्य करती हैं।
ईशिता किशोर का योगदान उनके आसपास के लोगों के जीवन में बदलाव लाने में स्थायी रूप से महत्वपूर्ण रहा है। उन्होंने न केवल अपनी व्यक्तिगत सफलता के लिए प्रयास किया, बल्कि समाज के हर व्यक्ति के विकास के लिए भी अपनी शक्ति का उपयोग किया।
- ईशिता किशोर की IAS पद के माध्यम से समाजसेवा में योगदान
ईशिता किशोर की IAS पद की प्राप्ति समाजसेवा में अपना एक स्वप्न साकार करने का प्रमाण है। उनका यह संघर्ष सिर्फ एक नौकरी हासिल करने के लिए नहीं था, बल्कि समाज को समर्पित सेवा का एक साधन बनने का भी एक संकेत था।
IAS पद के माध्यम से, ईशिता किशोर ने अपनी सामरिक, मानसिक और विचारशक्ति का उपयोग करके समाज के विभिन्न क्षेत्रों में योगदान किया है। उन्होंने जनता के लिए न्याय, सुरक्षा और सामाजिक विकास के माध्यम से काम किया है।
ईशिता किशोर ने समाज के महत्वपूर्ण मुद्दों को समझा है और उन्हें हल करने के लिए कठिनाइयों का सामना किया है। उन्होंने गरीबी, शिक्षा, स्वास्थ्य और विकास के क्षेत्र में नई योजनाओं को शुरू किया है और सामाजिक न्याय के लिए लड़ाई लड़ी है।
- उनके लोगों के लिए कार्यों और योजनाओं का वर्णन
ईशिता किशोर ने अपने लोगों के प्रति अनमोल प्यार और समर्पण के साथ काम किया है। उन्होंने अपने जीवन के महत्वपूर्ण समय को उनकी जरूरतों को समझने और पूरा करने में व्यतीत किया है। वे अपने लोगों के दर्द और आक्रोश को महसूस करती हैं और इसके लिए उन्होंने कार्यों और योजनाओं का विकास किया है।
एक महत्वपूर्ण कार्य में, ईशिता किशोर ने गरीबी को समाप्त करने के लिए कठिनाइयों का सामना किया है। उन्होंने गरीबों के लिए नई योजनाएं शुरू की हैं जो उन्हें रोजगार, आवास और आदेशित शिक्षा के अवसर प्रदान कर रही हैं। ईशिता किशोर के माध्यम से गरीबों को नई उम्मीद की किरण मिली है और उन्होंने उनके जीवन में बदलाव लाने का मिशन संपादित किया है।
प्रेरणादायक जीवनी
ईशिता किशोर की जीवनी एक प्रेरणादायक कहानी है, जो हमें आंखों में आंसू और दिल में आग जलाती है। उनकी इस अद्वितीय यात्रा ने उन्हें आदर्श बना दिया है, जिसे हम सब प्रेरित हो सकते हैं।
ईशिता किशोर ने अपने जीवन में अनेकों चुनौतियों का सामना किया है, परंतु वह हमेशा मजबूत रही हैं। उन्होंने कभी हार नहीं मानी और हमेशा संघर्ष करते रही हैं। उनकी इस निरंतरता और संघर्ष की भावना ने हमें यह सिखाया है कि सफलता का मार्ग कभी आसान नहीं होता है, परंतु उसमें पुरस्कार और संतोष छिपे होते हैं।
उनकी प्रेरणादायक जीवनी हमें साहस, समर्पण और सेवा के महत्व को याद दिलाती है। वे न केवल खुद के लिए अपने सपनों का पीछा किया है, बल्कि समाज के हर व्यक्ति की समृद्धि और खुशहाली के लिए अपनी शक्ति का उपयोग किया है। उनकी सेवाभावना और समर्पण की भावना हमें यह सिखाती है कि हमें अपने जीवन को समाजसेवा में बिताना चाहिए।
और अधिक पढ़ें: बृजभूषण शरण सिंह कौन हैं? | Brijbhushan Sharan Singh Biography in Hindi
- ईशिता किशोर की सफलता की प्रेरक जीवनी
ईशिता किशोर की जीवनी एक प्रेरणा की कहानी है, जो हमें आंखों में चमक और दिल में उम्मीद जगाती है। उनकी सफलता की कहानी हमें यह दिखाती है कि सपनों को पूरा करने के लिए कितना संघर्ष करना पड़ता है और कैसे विपरीतांक्ष और मुश्किलातों के बीच सच्ची मेहनत और उत्साह से आगे बढ़ा जा सकता है।
- उनके साथी छात्रों के लिए मार्गदर्शन
ईशिता किशोर ने अपने साथी छात्रों के लिए हमेशा मार्गदर्शन का साथ दिया है, जो एक भावनात्मक और संघर्षपूर्ण अनुभव की कहानी है। उन्होंने उन छात्रों को हमेशा प्रेरित किया है कि वे अपने सपनों को प्राप्त करने के लिए खुद को समर्पित करें और असंभव को संभव बनाएं।
उनके मार्गदर्शन के तहत, छात्रों को सफलता के लिए समर्पित रहने का मार्ग दिया गया है। वे उन्हें विभिन्न चुनौतियों का सामना करने और उन्हें पार करने के लिए प्रेरित करती हैं। उन्होंने छात्रों को सहायता की, उनके बारे में संदेह और आत्मविश्वास को दूर करने की, और उन्हें अपनी सत्ता और क्षमता को पहचानने की प्रेरणा दी।
आगामी योजनाएं और अवधारणाएं
आगामी योजनाओं और अवधारणाओं में, ईशिता किशोर ने अपने विचारों को अपार प्रेम और समर्पण के साथ समेटा है। उन्होंने नई योजनाओं की रचना की है जो समाज की समृद्धि और सामरिक विकास के माध्यम से सभी लोगों की सेवा करेंगी।
एक ऐसी योजना है जो दिलों को छू जाएगी, वह है “शिक्षा का उद्घाटन”। ईशिता किशोर ने इसकी योजना बनाई है जिसका लक्ष्य है सभी बच्चों को उच्चतर शिक्षा के लिए उपलब्धता प्रदान करना। इस योजना से गरीब और पिछड़े हुए छात्रों को विद्यालयों में अद्यापन और उन्नति का मौका मिलेगा। यह उन्हें समर्पित शिक्षकों के माध्यम से नई उम्मीद देगी और समाज में समावेश और समरसता बढ़ाएगी।
- ईशिता किशोर की आगामी परियोजनाएं और कार्यक्रम
ईशिता किशोर की आगामी परियोजनाएं और कार्यक्रम एक आनंदमयी उत्सव की तरह हैं, जो हमारे दिल को छू लेते हैं और उम्मीदों की किरणें बिखेरते हैं। वे अपने आगामी कार्यक्रमों के माध्यम से नई उमंग, समर्पण और समाजसेवा को अभिव्यक्त करेंगी।
एक ऐसी परियोजना है “शिक्षा का संघर्ष”, जो आगामी वर्षों में शुरू होगी। इसका मकसद है गरीब बच्चों को मुफ्त और गुणवत्ता से भरी शिक्षा प्रदान करना। यह परियोजना उन स्थानों तक पहुंचेगी जहां शिक्षा की कमी है और जहां छात्रों को संघर्ष करके अपने सपनों को पूरा करने का मौका नहीं मिलता है। ईशिता किशोर इस परियोजना के माध्यम से लोगों की जिंदगी में ज्ञान, उम्मीद और आत्मविश्वास बहार लाना चाहती हैं।
- उनकी योजनाओं का वर्णन
ईशिता किशोर की योजनाओं का वर्णन करते हुए मन में जो उत्साह और गर्व उभरता है, वह अभिव्यक्ति नहीं पाती। उनकी योजनाएं हृदय स्पर्शी हैं और सामाजिक परिवर्तन का एक माध्यम हैं। यहां कुछ ऐसी योजनाएं हैं जो हमें प्रभावित करती हैं:
“उज्ज्वल भविष्य की ओर”: इस योजना का मकसद है गरीब छात्रों के लिए उच्च शिक्षा के लिए नि:शुल्क छात्रावास सुविधा प्रदान करना। ईशिता किशोर ने इस योजना को समर्पित किया है ताकि हर छात्र आत्मविश्वास से बुनियादी शिक्षा प्राप्त कर सके और सपनों को पूरा करने के लिए उन्हें मार्गदर्शन मिले। यह योजना आंतरविद्यालयीन सामाजिकता और समरसता के माध्यम से छात्रों को एक समृद्ध और उज्ज्वल भविष्य की ओर प्रवृत्त करती है।
और अधिक पढ़ें: साक्षी मलिक कौन हैं?। | Sakshi Malik Biography in Hindi
ईशिता किशोर के जीवन का संक्षेप
ईशिता किशोर, जिसका जन्म एक छोटे से गांव में हुआ, अपने बचपन से ही एक सपने में खो गई थी। वह सपना था समाजसेवा के माध्यम से लोगों की मदद करना। इस सपने के प्रेरणादायी रूप में, ईशिता ने अपनी पढ़ाई में कठिनाइयों का सामना किया, अध्ययन करते हुए संघर्ष किया और आत्मविश्वास के साथ परिक्षाओं को पार किया।
उन्होंने IAS परीक्षा में सफलता प्राप्त की और अपने सपने को पूरा करने का मार्ग चुना। आज, ईशिता एक सफल IAS अधिकारी हैं और समाजसेवा में अपना समर्पण कर रही हैं। उन्होंने अपने प्रेम और संघर्ष के माध्यम से लोगों को प्रेरित किया है और अपने साथी छात्रों के लिए मार्गदर्शन का साथ दिया है। ईशिता किशोर आज भी एक प्रेरणास्रोत हैं, जिसका जीवन एक समाजसेवार्थी और उद्दीपक बन गया है।