Dr. Vikas Divyakirti Biography in Hindi | डॉ. विकास दिव्यकीर्ति का जीवन परिचय

प्रस्तावना: Vikas Divyakirti

Vikas Divyakirti: डॉ विकास दिव्यकीर्ति ने 1996 में अपने पहले प्रयास में UPSC क्लियर करके इसमें सफलता हासिल की थी।  दिल्ली यूनिवर्सिटी में एक टीचर के रूप में करियर शुरू करने वाले दिव्यकीर्ति की आईएएस के तौर पर पहली नौकरी गृह मंत्रालय में लगी थी। हालाँकि उनका नौकरी में मन नहीं लगा। एक साल की नौकरी के बाद उन्होंने नौकरी छोड़ने का फैसला किया।

विकास दिव्याकीर्ति के बारे में एक संक्षिप्त परिचय – 

विकास दिव्याकीर्ति एक भारतीय सामाजिक कार्यकर्ता, लेखक और जगद्गुरु अमृतानंददेव के अनुयायी हैं। वह जाने जाते हैं उनके सामाजिक परिवर्तन कार्यों, मनोवैज्ञानिक और धार्मिक मुद्दों पर लेखन और वक्तव्य करने के लिए। 

उन्होंने अपनी गहरी ध्यान प्रवृत्ति और आध्यात्मिक अनुभवों के माध्यम से मानवता के सामाजिक मुद्दों पर विचार किए हैं। उन्होंने अपनी दृष्टि में समानता, सामाजिक न्याय, वातावरण संरक्षण, मनोवैज्ञानिक विकास और सार्वभौमिक धर्मिक एकता को बढ़ावा दिया है। उन्होंने विभिन्न अद्यतन कार्यशालाओं, कार्यक्रमों और संगोष्ठियों में भी भाग लिया है जहां वे अपने विचारों और अनुभवों को साझा करते हैं।

विकास दिव्याकीर्ति एक समाजसेवी और विचारशील व्यक्ति के रूप में प्रसिद्ध हैं, जिन्होंने अपने जीवन के माध्यम से लोगों के बीच सकारात्मक परिवर्तन को प्रोत्साहित किया है। उनकी योगदान की प्रशंसा न केवल भारतीय समाज में हो रही है, बल्कि विदेशों में भी वे एक प्रमुख व्यक्तित्व बन चुके हैं।

उनका महत्वपूर्ण कार्य क्षेत्र

विकास दिव्याकीर्ति का महत्वपूर्ण कार्य क्षेत्र सामाजिक और आर्थिक विकास है। उन्होंने अपनी प्रशासनिक करियर के दौरान विभिन्न स्तरों पर सामाजिक और आर्थिक नीतियों का प्रबंधन किया है और इसमें महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उन्होंने गरीबी उन्मूलन, शिक्षा, स्वास्थ्य, महिला सशक्तिकरण, जल संरक्षण, किसानों की समृद्धि, राष्ट्रीय एकता, और आर्थिक प्रगति जैसे क्षेत्रों में अपनी प्रयासों को समर्पित किया है।

उन्होंने सामाजिक न्याय के माध्यम से समाज के छोटे-मोटे लोगों की मदद की है और उनकी जरूरतों को पूरा करने के लिए विभिन्न सरकारी योजनाओं को शुरू किया है। उन्होंने समाज में गरीब वर्गों के लिए शिक्षा के लिए सुविधाओं का प्रबंधन किया है और बालवाड़ियों, विद्यालयों, कॉलेजों और विश्वविद्यालयों के विकास के लिए पहल की है।

जन्म और परिवार

Vikas Divyakirti का जन्म 26 दिसंबर 1973 को हरियाणा राज्य के एक छोटे से गांव में हुआ था। इनके माता और पिता दोनों ही पेशे से शिक्षक थे इसलिए बचपन से ही इनके घर में पढ़ने और पढ़ाने का माहौल था।  इनको शुरू से ही हिंदी कहानिया और साहित्य काफी रोचक लगता था इसलिए ये अक्सर हिंदी पढ़ा करते थे।

विकास दिव्याकीर्ति के परिवार में एक नैतिक और धार्मिक परंपरा रही है। वे जगद्गुरु अमृतानंददेव के अनुयायी हैं और धार्मिक सम्प्रदाय में गहरी रुचि रखते हैं। उनके परिवार में संगठनिक और सामाजिक कार्यों में सक्रियता रही है और यह उन्हें सामाजिक न्याय, शिक्षा, धर्मिक एकता और सार्वभौमिक विकास के मूल्यों को मान्यता देने में मदद करती है।

विकास दिव्याकीर्ति का परिवार उनके सामाजिक और आर्थिक यात्रा में उनका समर्थन करता है और उन्हें उनके समाजसेवी कार्यों में प्रेरणा प्रदान करता है। उनके परिवार की समर्पणशीलता और उदारता ने उन्हें संघ लोक सेवा (IAS) परीक्षा की तैयारी करने और सामाजिक क्षेत्र में योगदान करने के लिए प्रेरित किया।

जन्म स्थान और तिथि –

Vikas Divyakirti:

नाम

विकास दिव्यकीर्ति

उम्र

49 Year (in 2023)

जन्म

26 December 1973 , हरियाणा , India

स्कूल

सरस्वती शिशु मंदिर, हरियाणा

कॉलेज

दिल्ली यूनिवर्सिटी
शिक्षा

MA, M.Phil, LLB, PHD, अंग्रेजी से हिंदी अनुवाद में स्नातकोत्तर डिग्री

प्रोफेशन

IAS Trainer, Author, Lecturer, Director Drishti IAS Coaching

पत्नी

तरुण दिव्यकीर्ति वर्मा
बेटा

शास्वत दिव्यकीर्ति

माता

नाम ज्ञात नहीं
पिता

नाम ज्ञात नहीं

धर्म

हिन्दू

राष्ट्रीयता

भारतीय

 

डॉ. विकास दिव्यकीर्ति की शादी  (Dr. Vikas Divyakirti Marriage)

डॉ. विकास की कॉलेज की समय में मुलाकात हुई तरुणा वर्मा से. तरुणा, विकास की एक साल जूनियर थी. धीरे धीरे प्यार परवान पर चढ़ा और 26 मई 1997 को शादी कर ली. इनका एक बेटा है सात्विक दिव्यकीर्ति.

 उनकी शिक्षा से संबंधित कोई विशेष उपलब्धि या प्रशंसा

विकास दिव्याकीर्ति की शिक्षा से संबंधित खास उपलब्धि और प्रशंसा उपलब्ध हैं। वे अपनी परीक्षाओं में उत्कृष्टता और प्रदर्शन के लिए प्रसिद्ध हुए हैं। निम्नलिखित हैं कुछ उनकी महत्वपूर्ण उपलब्धियाँ और प्रशंसाएं:

  1. संघ लोक सेवा (IAS) परीक्षा: विकास दिव्याकीर्ति ने संघ लोक सेवा (IAS) परीक्षा में अत्यधिक महत्वपूर्ण स्थान अर्जित किया है। उन्होंने प्रशासनिक सेवा के लिए सफलतापूर्वक प्रतियोगी परीक्षा दी और उच्च रैंक हासिल की है।
  2. सोशल मीडिया प्रशंसा: विकास दिव्याकीर्ति को सोशल मीडिया पर भी व्यापक प्रशंसा मिली है। उनके सामाजिक मुद्दों पर अपनी अद्वितीय दृष्टिकोण के लिए उन्हें समाज के बीच एक प्रेरणास्रोत के रूप में जाना जाता है। उनकी सक्रियता और सामाजिक योगदान को इंटरनेट पर प्रशंसा की गई है।
  3. वार्षिक अवार्ड्स: विकास दिव्याकीर्ति को अपने सामाजिक और शैक्षिक कार्यों के लिए कई वार्षिक अवार्ड्स और सम्मानों से नवाजा गया है। इनमें से कुछ प्रमुख अवार्ड्स उनकी अद्यतित बायोग्राफी के अनुसार निम्नलिखित हैं:
    • यशभूषण सम्मान
    • राष्ट्रीय सेवा पुरस्कार
    • सर्वश्रेष्ठ अफसर अवार्ड

इन उपलब्धियों और प्रशंसाओं के माध्यम से विकास दिव्याकीर्ति ने अपने शिक्षा के क्षेत्र में उच्चतम मान्यता प्राप्त की है और सामाजिक सेवा में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया है।

प्रोफेशनल करियर

पहला नौकरी संबंधित जानकारी – 

Vikas Divyakirti ने 1996 में अपने पहले प्रयास में UPSC क्लियर करके इसमें सफलता हासिल की थी।  दिल्ली यूनिवर्सिटी में एक टीचर के रूप में करियर शुरू करने वाले दिव्यकीर्ति की आईएएस के तौर पर पहली नौकरी गृह मंत्रालय में लगी थी। हालाँकि उनका नौकरी में मन नहीं लगा। एक साल की नौकरी के बाद उन्होंने नौकरी छोड़ने का फैसला किया।

उनके प्रमुख कार्य क्षेत्र – 

विकास दिव्याकीर्ति का प्रमुख कार्य क्षेत्र सिविल सेवा (IAS) है। सिविल सेवा उन्हें सरकारी सेवा में अधिकारी के रूप में कार्य करने का मौका देती है। वे राष्ट्रीय स्तर पर सरकारी नीतियों और कार्यक्रमों के निर्माण, अनुपालन, और प्रशासनिक कार्यों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

विकास दिव्याकीर्ति अपनी सेवा कार्यकाल में विभिन्न पदों पर कार्य कर सकते हैं, जैसे कि जिला प्रशासनिक अधिकारी (District Magistrate), उपायुक्त (Commissioner), सचिव (Secretary) आदि। इन पदों पर उन्हें सामाजिक और आर्थिक विकास, शिक्षा, स्वास्थ्य, राजनीति, प्रशासनिक सुधार, औद्योगिकी, कृषि, पर्यावरण, और अन्य क्षेत्रों में कार्य करने का अवसर मिलता है।

उनका मुख्य कार्य क्षेत्र सामाजिक सुधार, शिक्षा, और सामाजिक न्याय को सुधारने के लिए नवीनतम नीतियों और कार्यक्रमों के विकास में संलग्न होता है। उन्होंने अपनी सेवा कार्यकाल में मानवाधिकार, जाति-धर्म, लिंग, और अनुपालन के मुद्दों पर विशेष ध्यान दिया है।

सामाजिक कार्य

विकास दिव्याकीर्ति ने अपने सेवा कार्यकाल में सामाजिक कार्यों में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। वे निम्नलिखित क्षेत्रों में सामाजिक कार्यों पर ध्यान केंद्रित करते हैं:

  1. शिक्षा क्षेत्र: विकास दिव्याकीर्ति ने शिक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण पहलों को संचालित किया है। उन्होंने शिक्षा सुविधाओं के सुधार के लिए कई नीतियां और कार्यक्रमों को शुरू किया है, जिनमें शिक्षा के उपलब्धता, गुणवत्ता, और पहुंच को बढ़ाने का प्रयास किया गया है।
  2. महिला सशक्तिकरण: विकास दिव्याकीर्ति महिलाओं के सशक्तिकरण को बढ़ाने के लिए विभिन्न पहलों में संलग्न हुए हैं। वह महिलाओं के शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार, और सामाजिक सुरक्षा को मजबूत बनाने के लिए कार्य कर रहे हैं।
  3. गरीबी उन्मूलन: विकास दिव्याकीर्ति का उच्चतम प्राथमिकता क्रम में गरीबी उन्मूलन है। उन्होंने गरीबी कम करने के लिए सामाजिक सुरक्षा योजनाओं, रोजगार कार्यक्रमों, और आर्थिक सहायता योजनाओं को बढ़ावा दिया है।
  4. स्वच्छता अभियान: विकास दिव्याकीर्ति ने स्वच्छता अभियान को एक प्राथमिकता बनाया है। उन्होंने जनसंख्या को स्वच्छता और हाइजीन के महत्व के बारे में जागरूक करने के लिए सामाजिक संचार और जनसंचार के माध्यम से कई अभियान आयोजित किए हैं।

ये केवल कुछ उदाहरण हैं और विकास दिव्याकीर्ति के द्वारा किए गए सामाजिक कार्यों की सूची यहां सीमित नहीं है। उनका मुख्य उद्देश्य सामाजिक न्याय, सामरिकता, और समरसता को बढ़ाना है और उन्होंने इस दिशा में अपने कार्यों को समर्पित किया है।

दृष्टि आईएएस कोचिंग की शुरुआत (Drishti IAS Coaching)

  • डॉ विकास दिव्यकीर्ति ने जून 1999 में केंद्रीय सचिवालय के राज भाषा में सर्विस ज्वाइन तो की लेकिन 6 महीने में इस्तीफा दे दिया. इसके बाद इन्हें कोई और दूसरी सर्विस नही मिल रह थी क्यों कि केंद्रीय सचिवालय से रिलीफ लेटर 18 महीने बाद यानि अक्टूबर 2001 में मिला. इसी बीच इन्होने दृष्टि आईएएस कोचिंग की शुरुआत की.
  • साल 2000 में यूपीएससी का सिलेबस चेंज हुआ था यह इनके लिए रामबाण साबित हुआ इन्होने कड़ी मेहनत की और समाजशास्त्र और दर्शन की क्लास शुरू की. और धीरे धीरे बच्चे आना शुरू हुए।
  • दृष्टि में रहते हुए इन्होने जनरल स्टडी, दर्शन, हिंदी और निबंध पढ़ाते थे. साल 2011 के बाद दर्शन पढाना छोड़ दिया. वर्तमान में 1 हज़ार लोगो का स्टाफ है.
  • भारत में इनके सभी बड़े शहर में दृष्टि आईएएस के इंस्टिट्यूट है और सभी में हज़ारो की तादाद में स्टूडेंट पढ़ाते है।

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FAQ

Q : क्यों विकास दिव्यकीर्ति आईएएस छोड़ दिया
Ans : विकास दिव्यकीर्ति को प्रॉपर आईएएस नही मिला था इन्हें गृह मंत्रालय में राजभाषा विभाग में सेक्शन ऑफिसर की जॉब मिली थी. सिर्फ 6 महीने काम किया फिर इस्तीफा दे दिया. इनको बनना तो सिर्फ आईएएस ही था.

Q : विकास दिव्यकीर्ति आईएएस रैंक क्या थी?
Ans : 384 रैंक

Q : दृष्टि आईएएस के मालिक कौन है?
Ans : डॉ. विकास दिव्यकीर्ति

Q : दृष्टि कोचिंग के संस्थापक कौन है?
Ans : डॉ. विकास दिव्यकीर्ति

Q : दृष्टि आईएएस कोचिंग की फीस कितनी है?
Ans : 1 लाख 55 हज़ार से लेकर 2 लाख 50 हज़ार तक

Q : विकास दिव्यकीर्ति की उम्र क्या है?
Ans : 49 साल  (2023)

Q : विकास दिव्यकीर्ति का जन्म स्थान कहाँ है?
Ans : भिवानी, हरियाणा में

Q : Dr विकास दिव्यकीर्ति का जन्मदिन कब है?
Ans : 26 दिसंबर को

Q : डॉ. विकास दिव्यकीर्ति ने किस सब्जेक्ट से ग्रेजुएशन किया है?
Ans : इतिहास (ऑनर्स) से

Q : विकास दिव्यकीर्ति की पत्नी का नाम क्या है?
Ans : तरुणा वर्मा

Q : विकास दिव्यकीर्ति की कास्ट क्या है?
Ans : इनका परिवार आर्य समाज को मानता है और यह समाज जाति वर्ग को नहीं मानता है। इनके पिता ने अपने तीनो बेटे के सरनेम साहित्यिक रखने के बारें में सोचा और डॉ विकास का सरनेम दिव्यकीर्ति रखा। 

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